Kahte hai Ki Khuddar

कहते है  की  खुद्दार  मेरे  सहर  का  फाको  से  मर  गया राशन  जो  आ  रहा  था  वो  अफसर  के  घर  गया  चढ़ती  रही  मज़ार  पर  चादर  तो  बे  शुमार बाहर  जो  एक  फ़क़ीर  था  शर्दी  से  मर  गया रोटी  अमिरे   सहर ...